शनिवार, 12 फ़रवरी 2011

मेरी पसंद....

हम महिलाओं को जो कुछ देते हैं,
उसके बदले में वे हमें
उससे ज़्यादा ही लौटाती हैं-
यदि आप उन्हें प्यार दें
तो वे आपको संतान देती हैं.
यदि आप उन्हें मकान दें,
तो वे आपको घर देती हैं.
यदि आप उन्हें अनाज दें,
तो वे आपको भोजन देतीं हैं.
यदि आप उन्हें मुस्कुराहट दें,
तो वे आपको अपना दिल दे देती हैं.
हम उन्हें जो कुछ भी दें,
बदले में वे हमें
कुछ ज़्यादा ही लौटाती हैं,
इसलिये हम उन्हें कोई
छोटी-मोटी तक़लीफ़ दें,
तो हमें एक बहुत बड़ी मुसीबत के लिये
तैयार रहना चाहिए.

सौजन्य: कर्नल विनय नरूला


49 टिप्‍पणियां:

  1. हम उन्हें जो कुछ भी दें,
    बदले में वे हमें
    कुछ ज़्यादा ही लौटाती हैं,
    इसलिये हम उन्हें कोई
    छोटी-मोटी तक़लीफ़ दें,
    तो हमें एक बहुत बड़ी मुसीबत के लिये
    तैयार रहना चाहिए.........
    ....MUJHE NAHI LAGTA KI HAREK KE SAATH AISA HOTA HAI...YE VYAKTI VISHESH PAR DEPEND KARTA HAI KI WAH KAISE KISI CHIJ KO LETA HAI...PAR POST BAHUT ACHCHI HAI...

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  2. हम उन्हें जो कुछ भी दें,
    बदले में वे हमें
    कुछ ज़्यादा ही लौटाती हैं,
    इसलिये हम उन्हें कोई
    छोटी-मोटी तक़लीफ़ दें,
    तो हमें एक बहुत बड़ी मुसीबत के लिये
    तैयार रहना चाहिए...
    बहुत अच्छी रचना प्रस्तुत की है वंदना जी, रही बात बदले में मुसीबत की, बहुत सी नारियों का जीवन ’धरती की तरह हर दुख सह ले’ के सिद्धांत पर चलते हुए कट जाता है.

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  3. कल ही पढ़ा था अखबार में ....
    हलके मूड में पतिदेव को पढ़कर सुनाया ,
    गहराई से चिंतन किया !
    जिंदगी के इको पर एक बेहद प्रभावी लघु कथा याद आयी ...

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  4. कुछ दिन पहले गद्य रूप में यह इ -मेल सर्कुलेशन में था...लेकिन इसका एक की-वर्ड भी था...वो पूरी की पूरी पंक्ति ही गायब कर दी....उसे कवित्त रूप में नहीं ढाला...कवि ने

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  5. नमस्ते वंदना जी,
    प्रेम दिवस की शुभकामनायें, सही कहा आपने, हमेशा तैयार रहना चाहिए, उम्मीद से दुगना!

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  6. यदि आप उन्हें मुस्कुराहट दें,
    तो वे आपको अपना दिल दे देती हैं.
    हम उन्हें जो कुछ भी दें,
    बदले में वे हमें
    कुछ ज़्यादा ही लौटाती हैं,

    ये तो बिल्कुल सच है कि कुछ मीठे बोल और मुस्कुराहटों के लिये नारी अपना प्यार और ममता लुटा देती है ,
    सुंदर पंक्तियां हैं वंदना !

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  7. वाह भाई वाह !!
    बिलकुल सच है , विनय नरूला को परिचय कराने के लिए आभार !

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  8. चेतावनी जैसी लगी:)

    बात तो एकदम सही लग रही है, generally.

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  9. .

    वंदना जी , बहुत ही सुन्दर बात लिखी है । काश ये छोटा सा सच यदि कोई समझ ले तो बड़े बदलाव आ सकते हैं ।

    .

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  10. कर्नल विनय नरूला ji ko Shubhkaamnaye.
    Rachna behad umda aur saarthak hai.

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  11. mujhe to poori rachna hi bahut sundar lagi ,kyonki main nari hoon isliye dil ko bhi chhoo gayi .jitna padhu utna hi aur ....

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  12. बहुत ही सुन्दर रचना.
    पढवाने के लिए शुक्रिया.
    सलाम.

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  13. ऐसा दिलचस्प आलेख
    पढवाने के लिए
    बहुत बहुत शुक्रिया ....

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  14. .'पढी हुयी कहानी तथा यह कविता दोनों संदेशप्रद हैं.

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  15. चलिए हम उन्हें और इस सुन्दर सी पोस्ट की लेखिका को प्यार देते हैं :) ...और इंतज़ार करते हैं :)

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  16. क्या बात है वंदना जी ....
    कर्नल साहब को मेरा शुक्रिया कहियेगा .....
    इस पैगाम के लिए ....
    सावधान पतियो .....!!

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  17. कितनी सही बात ! लेकिन लोग हैं कि दुःख उठाने के बाद भी नहीं समझ पाते।

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  18. वंदना जी , बहुत ही सुन्दर बात लिखी है ।मेरा शुक्रिया, बहुत बहुत शुक्रिया ....

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  19. वंदना जी , बहुत ही सुन्दर बात लिखी है ।मेरा शुक्रिया, बहुत बहुत शुक्रिया ....

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  20. बहुत ही सुंदर काव्यात्मक ढंग से आपने आधी दुनिया को चेतावनी दे दी।
    बहुत बढ़िया।

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  21. vandana ji , bahut hi acchi aur sundar baat kahi , ek sandesh chupa hua hai .. aapko badhayi

    ----------
    मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .
    आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.
    """" इस कविता का लिंक है ::::
    http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html
    विजय

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  22. ऐसे ही धरती माँ की उपाधि थोड़े न मिली हुई है ?
    बिलकुल सही है |

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  23. वाह...क्या बात कही है...काश यह सब समझ पाते...दिल जीत लिया...फॉलो भी कर रही हूं...

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  24. हम उन्हें जो कुछ भी दें,
    बदले में वे हमें
    कुछ ज़्यादा ही लौटाती हैं,
    इसलिये हम उन्हें कोई
    छोटी-मोटी तक़लीफ़ दें,
    तो हमें एक बहुत बड़ी मुसीबत के लिये
    तैयार रहना चाहिए.
    bilkul

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  25. बहुत सुन्दर सन्देश दिया है कर्नल साहिब ने। सभी महिलाओं को उनका धन्यवाद करना चाहिये। शुभकामनायें।

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  26. आप को सपरिवार होली की हार्दिक शुभ कामनाएं.

    सादर

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  27. आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी

    कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
    http://vangaydinesh.blogspot.com/
    http://dineshsgccpl.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  28. आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी

    कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
    http://vangaydinesh.blogspot.com/
    http://dineshsgccpl.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  29. कल 20/01/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  30. सशक्त और प्रभावशाली रचना.....

    जवाब देंहटाएं
  31. कल 02/03/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  32. sahi kha....jab har jagah jyada dene ko aatur hai naari to dukh dene me pichhe kyo.....

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