इक बार कहो तुम मेरी हो........
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हम घूम चुके बस्ती-वन में
इक आस का फाँस लिए मन में
कोई साजन हो, कोई प्यारा हो
कोई दीपक हो, कोई तारा हो
जब जीवन-रात अंधेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
जब सावन-बादल छाए हों
जब फागुन फूल खिलाए हों
जब चंदा रूप लुटाता हो
जब सूरज धूप नहाता हो
या शाम ने बस्ती घेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
हाँ दिल का दामन फैला है
क्यों गोरी का दिल मैला है
हम कब तक पीत के धोखे में
तुम कब तक दूर झरोखे में
कब दीद से दिल की सेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
क्या झगड़ा सूद-ख़सारे का
ये काज नहीं बंजारे का
सब सोना रूपा ले जाए
सब दुनिया, दुनिया ले जाए
तुम एक मुझे बहुतेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
0- इब्ने इंशा
इक आस का फाँस लिए मन में
कोई साजन हो, कोई प्यारा हो
कोई दीपक हो, कोई तारा हो
जब जीवन-रात अंधेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
जब सावन-बादल छाए हों
जब फागुन फूल खिलाए हों
जब चंदा रूप लुटाता हो
जब सूरज धूप नहाता हो
या शाम ने बस्ती घेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
हाँ दिल का दामन फैला है
क्यों गोरी का दिल मैला है
हम कब तक पीत के धोखे में
तुम कब तक दूर झरोखे में
कब दीद से दिल की सेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
क्या झगड़ा सूद-ख़सारे का
ये काज नहीं बंजारे का
सब सोना रूपा ले जाए
सब दुनिया, दुनिया ले जाए
तुम एक मुझे बहुतेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
0- इब्ने इंशा
वाह! बड़ी ही सरस कविता है..आनंद आ गया.
जवाब देंहटाएंहृदयस्पर्शी ....अत्यंत मनोहारी ...सुंदर रचना ,
जवाब देंहटाएंवाह वाह ..
जवाब देंहटाएंसब समझ में आया बस अंतिम इब्ने इंशा का अर्थ बता दीजियेगा
जवाब देंहटाएंमनु जी, इब्ने इन्शा उर्दू के प्रख्यात कवि और व्यंग्यकार थे. ये गीत उन्हीं का है. मैने तो बस यहां साझा किया है.
हटाएंhttp://en.wikipedia.org/wiki/Ibn-e-Insha
हटाएंसब सोना रूपा ले जाए
जवाब देंहटाएंसब दुनिया, दुनिया ले जाए
तुम एक मुझे बहुतेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
...वाह! बहुत मनभावन रचना..
बेहतरीन पंक्तियाँ..
जवाब देंहटाएंअत्युत्तम भावाभिव्यक्ति ! प्रणय निवेदन के लिए इनसे उपयुक्त शब्द और क्या हो सकते हैं ।
जवाब देंहटाएंइब्ने इंशा की खूबी ही है सीधे सीधे बहना
जवाब देंहटाएंगहरी अभिव्यक्ति ....पढवाने का आभार
जवाब देंहटाएंउम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सार्धक लाजबाब अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ ! सादर
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
अर्ज सुनिये
कृपया मेरे ब्लॉग का भी अनुसरण करे
तुम एक मुझे बहुतेरी हो
जवाब देंहटाएंइक बार कहो तुम मेरी हो.
मनमोहक...
शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ.
sunder rachana
जवाब देंहटाएंक्या झगड़ा सूद-ख़सारे का
जवाब देंहटाएंये काज नहीं बंजारे का
सब सोना रूपा ले जाए
सब दुनिया, दुनिया ले जाए
तुम एक मुझे बहुतेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
बहुत बहुत सुंदर !
शेयर करने के लिये धन्यवाद वन्दना
बहुत सुंदर-- ----
बधाई
आग्रह है मेरे ब्लॉग में सम्मलित हों,प्रतिक्रिया दें
jyoti-khare.blogspot.in
सुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!.............ले बद्द्ता ऐसी की मन बस बह गया............बहुत सुब्दर.........
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