"पढियेगा बार-बार हमें
यूं ना फेंकिये,
हम हैं इंसान,
शाम का अखबार नहीं हैं"
( बुज़ुर्गों के प्रति......)
Bdhiya.....
bujurgo ke dard ko bakhubi ubhaara hai...fate aur puraane paper se tulna kar unki waastwik position ko darshaya hai ...very nice post...
धन्यवाद अर्कजेश जी,मार्क जी.
बहुत खूब कहा है वाह वाह !!
Bdhiya.....
जवाब देंहटाएंbujurgo ke dard ko bakhubi ubhaara hai...fate aur puraane paper se tulna kar unki waastwik position ko darshaya hai ...
जवाब देंहटाएंvery nice post...
धन्यवाद अर्कजेश जी,मार्क जी.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब कहा है वाह वाह !!
जवाब देंहटाएं